आज की सत्ता ब्यूरो लखनऊ : राज प्रताप सिंह ने भारतीय प्रशासनिक सेवा आईएएस कल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले चुके है अब योगी सरकार की महेरबानी से राज प्रताप सिंह सोमवार को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष पद को संभालेंगे। इस पद के लिए वह साढ़े तीन माह पहले ही चुने जा चुके हैं।
यूपी काडर के 1983 बैच के वरिष्ठ आईएएस अफसर राज प्रताप सिंह एपीसी के साथ बेसिक शिक्षा तथा भूतत्व एवं खनिकर्म विभागों के अपर मुख्य सचिव भी थे। वह जुलाई में रिटायर होने वाले थे। मार्च, 2018 में विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष पद पर उनका चयन हुआ था।
इसके बाद उन्होंने 10 अप्रैल को आईएएस से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था। इस बीच उनके मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल होने की चर्चाएं थी लेकिन 27 जून को डॉ.अनूप चंद्र पांडेय को मुख्य सचिव बनाए जाने के आदेश के बाद उन्होंने आईएएस से वीआरएस के प्रयास तेज कर दिए। वजह यह थी कि अनूप चंद्र पांडेय से राज प्रताप सिंह वरिष्ठ थे। परंपरा के अनुसार पांडेय के मुख्य सचिव बनने पर उन्हें सचिवालय से बाहर पोस्टिंग लेनी पड़ती इस लिए सभी कार्य बहुत तेज गति से हुए।
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