आज की सत्ता लखनऊ : अपर सचिव बेसिक शिक्षा डॉ० प्रभात कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शिक्षामित्रो को उनकी की मूल स्थान पर तैनाती का महत्वपूर्ण निर्णय लिया शिक्षामित्रो को वर्तमान विद्यालय या मूल स्थान बाले विद्यालय पर जाने के लिए विकल्प के आधार पर निर्णय स्वयं करना होगा और विवाहित महिलाओं को इसके अलावा जिले में अपनी ससुराल/पति की तैनाती के स्थान पर जाने का भी विकल्प मिलेगा। अपर सचिव बेसिक डॉ० प्रभात कुमार ने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शिक्षा मित्रों की जिले के अन्दर दूर-दराज के क्षेत्रों में हुई तैनाती के मद्देनजर उन्हें उनके मूल स्थान पर तैनात करने का विकल्प दिए जाने का निर्णय लिया है। इस प्रकार शिक्षा मित्रों के पास अब यह विकल्प होगा कि वे या तो अपने वर्तमान तैनाती के स्थान पर रहें अथवा यदि वे अपने घर के पास की मूल तैनाती पर जाना चाहते हों, तो उनको उनकी मूल तैनाती के स्थान पर तैनात कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी के निर्णय के अनुसार विवाहित महिलाओं के सम्बन्ध में उनके पास इसके अतिरिक्त यह विकल्प भी उपलब्ध रहेगा कि वे जिले में उस स्थान का भी चयन कर सकती हैं, जहां उनकी ससुराल का घर हो अथवा उनके पति की तैनाती हो। इससे एक ओर तो शिक्षा मित्रों को उनके घर के नजदीक रहकर विद्यालय में कार्य करने का अवसर मिलेगा, वहीं दूसरी ओर उन्हें दूर के विद्यालय में आने-जाने में होने वाले व्यय, मानसिक तनाव व परेशानी से मुक्ति मिलेगी तथा समय की बचत भी होगी। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि इस कदम से शिक्षा मित्रों को कार्य करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग के मुखिया की तरफ से ट्वीट पर यह जानकारी दी गई यह बेसिक शिक्षा विभाग में पहला मौका है जब किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ट्वीट पर सार्वजनिक सूचना दी इसका मतलब साफ है अब बेसिक शिक्षा विभाग किसी संगठन के नेता के अनुसार निर्णय नही करेगा स्वयं निर्णय कर अपने कर्मचारियों को सूचना देगा। लगता है कि अब बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यशैली में बदलाव होना शुरू हो चुका है।
"आज की सत्ता प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा"
मुख्यमंत्री जी के निर्णय के अनुसार विवाहित महिलाओं के सम्बन्ध में उनके पास इसके अतिरिक्त यह विकल्प भी उपलब्ध रहेगा कि वे जिले में उस स्थान का भी चयन कर सकती हैं, जहां उनकी ससुराल का घर हो अथवा उनके पति की तैनाती हो। इससे एक ओर तो शिक्षा मित्रों को उनके घर के नजदीक रहकर विद्यालय में कार्य करने का अवसर मिलेगा, वहीं दूसरी ओर उन्हें दूर के विद्यालय में आने-जाने में होने वाले व्यय, मानसिक तनाव व परेशानी से मुक्ति मिलेगी तथा समय की बचत भी होगी। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि इस कदम से शिक्षा मित्रों को कार्य करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग के मुखिया की तरफ से ट्वीट पर यह जानकारी दी गई यह बेसिक शिक्षा विभाग में पहला मौका है जब किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ट्वीट पर सार्वजनिक सूचना दी इसका मतलब साफ है अब बेसिक शिक्षा विभाग किसी संगठन के नेता के अनुसार निर्णय नही करेगा स्वयं निर्णय कर अपने कर्मचारियों को सूचना देगा। लगता है कि अब बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यशैली में बदलाव होना शुरू हो चुका है।
"आज की सत्ता प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा"
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