शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति एवं स्वास्थ्य समिति व विकास कार्यों की समीक्षा बैठक विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिन अधिकारियों के द्वारा 80 ग्राम गोद लिए हैं। उन सभी ग्रामों में कोई बच्चा कुपोषण की श्रेणी में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि यदि किसी ग्राम में अतिकुपोषित बच्चा मिलता है तो उसकी रिपोर्ट उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि किसी भी गाँव में अति कुपोषित बच्चा नहीं होना चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि स्वयं व सभी एम.ओ.आई.सी. है। जब भी भ्रमण के लिए निकलें तो वह भी अतिकुपोषित की जाँच जरूर करें। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी, डी.सी. मनरेगा को निर्देश दिये कि जिस गाँव में भ्रमण में जाये तो रास्ते में जो गाँव पड़े उन गाँव में राशन व जाबकार्ड की जाँच करें। उन्होंने जिला बेसिक षिक्षा को निर्देष दिये कि सभी स्कूलों के बच्चों के पुस्तक, ड्रेस, जूते, मोजे वितरित हो जायें। जिलाधिकारी ने सभी एम.ओ.आई.सी. को निर्देश दिये कि कुपोषण स्वास्थ्य मेला अभियान शुरू हो गया। इसकी जानकारी करते हुए मेले युद्ध स्तर पर चलायें। मेले में सामान्य जाँच दवाएॅ, टीकाकरण आदि को वितरित की जाये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि सभी ए.एन.ए.एम.सेन्टर में ए.एन.ए.एम.जरूर होना चाहिए। उन सभी ए.एन.ए.एम.को एम.ओ.आई.सी. के द्वारा कुपोषण स्वास्थ्य मेला की जानकारी दी जाये। और मेले को शत प्रतिशत पूर्ण किया जाये। उन्होंने जिला बेसिक षिक्षाधिकारी को निर्देश दिये कि मेले के आयोजन में सभी ए.वी.एस.ए.को जरूर शामिल किया जाये। इस सम्बन्ध में जब बुद्धवार को मेला है एक दिन पहले मंगलवार को गाँधी भवन में बैठक कर जानकारी दें। उन्होंने इस सम्बन्ध में कहा कि जहाँ पर ए.एन.ए.एम. सेन्टर पर मेला है कम से कम 5 सेन्टर चेक जस्ट करें, और सेक्टर मजिस्ट्रेट है वह सेन्टरों को चेक करें। जिससे कुपोषित स्वास्थ्य मेला ठीक हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण अभियान के अन्तर्गत बहुत से स्कूलों में वॉल पेन्टिंग नहीं दिख रही है। और साफ सफाई का कार्य ठीक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिये कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण अभियान को युद्ध स्तर पर कार्य करें। इस अभियान में सभी एम.ओ.आई.सी.भी जुड़कर स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान को सफल बनायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सभी एम.ओ.आई.सी. व प्रधान सी.एच.सी./पी.एच.सी. पर एक बड़ी डस्टबीन जरूर रखवायें। जिलाधिकारी ने कहा कि 14 व 15 अगस्त को एक वृहद् वृक्षारोपण का आयोजन किया जायेगा। जिसके अन्तर्गत ब्लॉक स्तर व तहसील स्तर पर एक धनवनतरी वाटिका बनाया जाये। उन्होंने सभी एम.ओ.आई.सी.को निर्देश दिये कि अपने अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करायें। उन्होंने यह भी कहा कि जिस वृक्षारोपण कार्य सबसे ज्यादा रहेगा तो उनके लिए उनके द्वारा माँगा गया स्थान पर रखा जायेगा। उन्होंने सभी आशा व ए.एन.ए.एम. को भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेते हुए 14 अगस्त 2018 तक अधिका से अधिक वृक्षारोपण करें। उन्होंने जिला विकासा अधिकारी को निर्देश दिये कि सभी बीडीओ से स्कूलों के बच्चों के जूते की नाप की जॉच कराकर बेसिक शिक्षाधिकारी को उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने विभाग के विकास कार्यों का जो लक्ष्य है उसे शत प्रतिशत पूर्ण करें। विकास कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। उन्हांने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिये कि 14 अगस्त को जो वृक्षारोपण का लक्ष्य दिया गया है। वह शत प्रतिशत पूर्ण करें। विद्यालयों के छात्र छात्राओं के द्वारा कम से कम एक पेड़ अवष्य लगवायें। उन्होंने राजस्व वसूली में तेजी लाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली में तेजी लाते हुए लक्ष्यों को पूर्ण करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मुख्य चिकित्साधिकारी, डी.सी.मनरेगा, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति एवं स्वास्थ्य समिति व विकास कार्यों की समीक्षा बैठक विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिन अधिकारियों के द्वारा 80 ग्राम गोद लिए हैं। उन सभी ग्रामों में कोई बच्चा कुपोषण की श्रेणी में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि यदि किसी ग्राम में अतिकुपोषित बच्चा मिलता है तो उसकी रिपोर्ट उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि किसी भी गाँव में अति कुपोषित बच्चा नहीं होना चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि स्वयं व सभी एम.ओ.आई.सी. है। जब भी भ्रमण के लिए निकलें तो वह भी अतिकुपोषित की जाँच जरूर करें। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी, डी.सी. मनरेगा को निर्देश दिये कि जिस गाँव में भ्रमण में जाये तो रास्ते में जो गाँव पड़े उन गाँव में राशन व जाबकार्ड की जाँच करें। उन्होंने जिला बेसिक षिक्षा को निर्देष दिये कि सभी स्कूलों के बच्चों के पुस्तक, ड्रेस, जूते, मोजे वितरित हो जायें। जिलाधिकारी ने सभी एम.ओ.आई.सी. को निर्देश दिये कि कुपोषण स्वास्थ्य मेला अभियान शुरू हो गया। इसकी जानकारी करते हुए मेले युद्ध स्तर पर चलायें। मेले में सामान्य जाँच दवाएॅ, टीकाकरण आदि को वितरित की जाये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि सभी ए.एन.ए.एम.सेन्टर में ए.एन.ए.एम.जरूर होना चाहिए। उन सभी ए.एन.ए.एम.को एम.ओ.आई.सी. के द्वारा कुपोषण स्वास्थ्य मेला की जानकारी दी जाये। और मेले को शत प्रतिशत पूर्ण किया जाये। उन्होंने जिला बेसिक षिक्षाधिकारी को निर्देश दिये कि मेले के आयोजन में सभी ए.वी.एस.ए.को जरूर शामिल किया जाये। इस सम्बन्ध में जब बुद्धवार को मेला है एक दिन पहले मंगलवार को गाँधी भवन में बैठक कर जानकारी दें। उन्होंने इस सम्बन्ध में कहा कि जहाँ पर ए.एन.ए.एम. सेन्टर पर मेला है कम से कम 5 सेन्टर चेक जस्ट करें, और सेक्टर मजिस्ट्रेट है वह सेन्टरों को चेक करें। जिससे कुपोषित स्वास्थ्य मेला ठीक हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण अभियान के अन्तर्गत बहुत से स्कूलों में वॉल पेन्टिंग नहीं दिख रही है। और साफ सफाई का कार्य ठीक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिये कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण अभियान को युद्ध स्तर पर कार्य करें। इस अभियान में सभी एम.ओ.आई.सी.भी जुड़कर स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान को सफल बनायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सभी एम.ओ.आई.सी. व प्रधान सी.एच.सी./पी.एच.सी. पर एक बड़ी डस्टबीन जरूर रखवायें। जिलाधिकारी ने कहा कि 14 व 15 अगस्त को एक वृहद् वृक्षारोपण का आयोजन किया जायेगा। जिसके अन्तर्गत ब्लॉक स्तर व तहसील स्तर पर एक धनवनतरी वाटिका बनाया जाये। उन्होंने सभी एम.ओ.आई.सी.को निर्देश दिये कि अपने अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करायें। उन्होंने यह भी कहा कि जिस वृक्षारोपण कार्य सबसे ज्यादा रहेगा तो उनके लिए उनके द्वारा माँगा गया स्थान पर रखा जायेगा। उन्होंने सभी आशा व ए.एन.ए.एम. को भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेते हुए 14 अगस्त 2018 तक अधिका से अधिक वृक्षारोपण करें। उन्होंने जिला विकासा अधिकारी को निर्देश दिये कि सभी बीडीओ से स्कूलों के बच्चों के जूते की नाप की जॉच कराकर बेसिक शिक्षाधिकारी को उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने विभाग के विकास कार्यों का जो लक्ष्य है उसे शत प्रतिशत पूर्ण करें। विकास कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। उन्हांने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिये कि 14 अगस्त को जो वृक्षारोपण का लक्ष्य दिया गया है। वह शत प्रतिशत पूर्ण करें। विद्यालयों के छात्र छात्राओं के द्वारा कम से कम एक पेड़ अवष्य लगवायें। उन्होंने राजस्व वसूली में तेजी लाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली में तेजी लाते हुए लक्ष्यों को पूर्ण करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मुख्य चिकित्साधिकारी, डी.सी.मनरेगा, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
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