वह आए तो त्रुटिपूर्ण आधार कार्ड बना गए गांवों मे,
अब सुधरवाने भटक रहे लोग
राजेश बनासिया, भाऊँखेड़ी
पहले तो गांवों मे फ्री-कैंप लगाकर ग्रामीणों के आधार कार्ड बनाए और उससे लिंक भी कर दिया लेकिन इस दी गई सुविधा के दुष्प्रभाव का पता तब चला जब त्रुटिपूर्ण आधार कार्ड की वजह से उनके कई सरकारी काम रुकने लगे अपना प्रमुख काम तो गया भाड़ मे, अब लोग आधार कार्ड सुधरवाने को इधर-उधर भटक रहे हैं।
अभी कुछ वर्ष पहले आधार कार्ड पूरे जिले के सैकड़ों गांवो में फ्री कैम्प लगाकर बना दिये थे व लोगो के आधार कार्ड बन भी गए मगर आनन फानन में जो आधार कार्ड बनाये गए उनमें अनेक खामिया पाई गई और उनका खामियाजा आम लोगो को आज भी उठाना पड़ रहा है क्योंकि जो आधार कार्ड बनाये थे उनको बैंक खातों के सांथ जोड़ दिया गया,लोगो को दिक्कते जब आने लगी कि कोई सरकारी स्कीम के तहत कोई फायदा उन्हें मिलना था मगर आधार में गड़बड़ी के कारण वो फायदा नही मिला क्योकि अक्सर देखा गया है कि जो आधार कार्ड पहले बनाये गए थे उनमें कई लोगो के नाम में खामी है तो किसी की जन्मतिथि ही गलत है अब ऐसे में उनमे सुधार करवाने के लिए अब लोगो को रोजाना सीहोर पोस्ट ऑफिस या स्टेट बैंक सीहोर जाना पड़ता इस सम्बंध में ग्राम भाऊँखेड़ी के नरेश वर्मा ने बताया कि तहसील स्तर व बड़े गाँवो में भी आधार सेंटर की सुविधा होना जरूरी है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को सीहोर नहीं जाना पड़े और वह सुविधा यहीं गाँवो में ही उप्लब्ध हो जाये। ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिदिन हजारों लोग आधार कार्ड की त्रुटि के कारण परेशान हो रहे है।
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