राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार, 23 नवंबर को बुरहानपुर के रास्ते मध्य प्रदेश में एंटर कर चुकी है. सुबह 6.00 बजे महाराष्ट्र में जलगांव से काफिला चला और जसौंधी गांव से होते हुए यात्रा एमपी के बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव में पहुंचा. यहां पर राहुल गांधी के वेलकम के लिए खास तैयारियां की गई थीं. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह समेत कई बड़े नेता और आमजनता ने यहां राहुल गांधी का स्वागत किया.
इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्यार भरे स्वागत के लिए सबको धन्यवाद दिया. उन्होंने आगे कहा कि कहा, "जब हमने यात्रा शुरू की थी तो विपक्ष ने कहा था की हिन्दुस्तान 3,600 किलो मीटर लंबा है, जिसे पैदल तय नहीं किया जा सकता. लेकिन, हम इस तिरंगे को श्रीनगर में लहराएंगे. मध्य प्रदेश में 370 किलोमीटर चलेंगे. यह यात्रा हिन्दुस्तान में फैलाए जा रहे नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ है. हम डरने वाले नहीं हैं."
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के पीछे कई लक्ष्य हैं. पहला तो यह कि देशवासियों में जो नफरत, हिंसा और डर फैलाया जा रहा है, उसे खत्म करना है. उन्होंने कहा कि यही बीजेपी का तरीका है. युवाओं, किसानों और आम लोगों में डर फैलाना. यह डर आगे बढ़कर हिंसा में तब्दील हो जाता है. जो डरता नहीं, वह हिंसा भी नहीं करता. इसलिए डर मिटाना यात्रा का पहला लक्ष्य है. किसी भी देशवासी को डरने की जरूरत नहीं है.
'हम मन की बात करेंगे नहीं, बल्कि सुनेंगे'
राहुल गांधी ने आगे कहा कि यात्रा ने मध्य प्रदेश में पहला कदम रख लिया है. अब सभी से बातचीत होगी, लोगों से गले लगेंगे. समस्याएं समझेंगे. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्री रोजाना 7-8 घंटे का सफर तय करते हैं. वह अपने मन की बात नहीं करते, बल्कि किसानों की मन की बात सुनते हैं. युवाओं, मजदूरों, महिलाओं के मन में क्या चल रहा है, यह सुनते हैं. फिर शाम को करीब 7.00 बजे केवल 15 मिनट के लिए अपनी बात रखते हैं.
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