इस जांबाज बेटी पर बालीवुड फिल्म बनाने जा रहा है। रुखसाना का किरदार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर निभाएंगी। इसी माह के अंत तक फिल्म की घोषणा कर दी जाएगी। फिल्म निर्माता अशोक चौहान के साथ निर्देशक आसिफ अली रुखसाना से मिल चुके हैं। 20 दिसंबर को रुखसाना मुंबई जाने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बयानों में भी रुखसाना की बहादुरी का जिक्र किया था।
आतंकियों से भिड़ने वाली रात
27 सितंबर 2009 की रात को रुखसाना याद कर बताती हैं कि वह अपने माता-पिता और भाई के साथ घर पर थी। शाहदरा शरीफ क्षेत्र के कलसी में घर के पास घना जंगल है। रात करीब 9.30 बजे थे। तीन आतंकियों ने दरवाजे पर दस्तक दी। मेरे पिता नूर हुसैन ने दरवाजा नहीं खोला तो आतंकी खिड़की के रास्ते दाखिल होने लगे। मां ने मुझे व भाई को चारपाई के नीचे छिपा दिया।
आतंकियों ने मां से मुझे उन्हें सौंपने की मांग की। पिता ने विरोध किया तो आतंकी पीटने लगे। रुखसाना ने बताया कि कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। परिवार को मुसीबत में देख मुझ में हिम्मत आई। पास ही एक कुल्हाड़ी पड़ी थी। मैंने दौड़ कर कुल्हाड़ी उठा एक आतंकी के सिर पर वार किया। वह वहीं गिर गया। दूसरे आतंकी ने गोली चला दी। मैंने मारे गए आतंकी कमांडर अब्बू उसामा की एके-47 राइफल उठा गोली चला दी। इसमें एक अन्य आतंकी घायल हो गया। यह देखकर अन्य आतंकी भाग गए। रुखसाना ने परिवार के साथ पुलिस चौकी में पहुंच पूरी वारदात की जानकारी दी।
बदल गई जिंदगी
आतंकियों से भिड़ने पर रुखसाना की जिंदगी ही बदल गई। तत्कालीन सरकार ने 2010 में गणतंत्र दिवस पर रुखसाना और उसके भाई एजाज को बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र दिया। इसके अलावा रुखसाना को नेशनल ब्रेवरी अवार्ड, सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, सरदार पटेल अवार्ड, रानी झांसी ब्रेवरी अवार्ड जैसे कई पुरस्कार मिले। उसे जम्मू कश्मीर सरकार ने पुलिस में नौकरी भी दी।
मौजूदा समय में रुखसाना राजौरी में पुलिस कांस्टेबल पद पर है। 2013 में कबीर हुसैन से शादी कर ली। उनके पति राजौरी में सब इंस्पेक्टर हैं। दोनों की चार बेटियां हैं। रुखसाना का कहना है कि मैंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का मुकाबला किया, लेकिन उम्मीद करती हूं कि मेरी बेटियां भी ज्यादा सुरक्षित दुनिया में रहें।
परिवार की सुरक्षा के लिए बनाई गई स्पेशल पुलिस पोस्ट
रुखसाना के परिवार की सुरक्षा के लिए उनके घर पर स्पेशल पुलिस पोस्ट बनाई गई। घटना के करीब एक महीने बाद रुखसाना के घर पर आतंकियों ने रात करीब 10.30 बजे ग्रेनेड से हमला किया और कई फायर भी किए। इस हमले में परिवार के किसी सदस्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
24 जुलाई 2009 को रुखसाना और उसकी चाची घर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान आतंकी एजाज समीर और उसके कुछ साथियों ने दोनों को अपहरण कर लिया। दोबारा उसने बहादुरी दिखाई और किसी तरह से आतंकियों के चुंगल से बचकर निकल आई थी।
10 दिन पहले किया था राजौरी में संपर्क
खसाना कहती हैं कि 10 दिन पहले फिल्म निर्माता अशोक चौहान और निदेशक आसिफ अली ने संपर्क किया। मुझे विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने कहा कि हम आपके जीवन पर फिल्म बनाएंगे। उन्होंने घटना की संक्षेप में जानकारी ली। फिल्म में रुखसाना का किरदार श्रद्धा कपूर निभाएंगी। 20 को मुंबई में न्योता दिया है।
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