शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि निलंबन पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है. सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बहुमत का ये मतलब नहीं कि विपक्ष की आवाज दबाई जाए.
सिग्नेचर विवाद मामले में आप सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले आप सांसद संजय सिंह को गलत व्यवहार के आरोप में निलंबित किया गया था. इस पर शिवेसना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि राघव चड्ढा ने क्या गलत किया था. उन्होंने तो अपनी रूल बुक भी दिखाई है कि सिग्नेचर की जरूरत नहीं है वो सिर्फ नाम दे सकते हैं. सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अगर आपके पास बहुमत है तो इसका ये मतलब नहीं है कि आप विपक्ष की आवाज दबाने लगे.
संजय सिंह के निलंबन पर भी बोलीं
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निलंबन पर उन्होंने कहा कि ये इतना अलोकतांत्रिक फैसला है. एक सांसद अपने राज्य से चुनकर आए हैं. आपका जब मन हो आपको उनको सस्पेंड कर दें. संजय सिंह की क्या गलती है. वेल ऑफ द हाउस जाना एक परंपरा है. अरुण जेटली कहते थे कि ये लोकतंत्र का हिस्सा है. उन्होंने वेल ऑफ द हाउस जाकर मणिपुर के बारे में कहा था. क्या मणिपुर असंसदीय शब्द है. अब वो सस्पेंशन प्रिविलेज कमेटी में जाएगा. पहले टाइम वाउंड होता था कि इस सेशन के लिए आपको निलंबित किया गया है लेकिन अब इसे जारी रखेंगे.
निलंबन पर INDIA का अगला कदम क्या होगा?
इन सांसदों के निलंबन पर इंडिया गठबंधन क्या करेगी, इस सवाल के जवाब में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इसको लेकर हम मुहिम शुरू करेंगे. आम आदमी पार्टी और हम लोग सब मिलकर ये फैसला करेंगे कि किस तरह से मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी है. ये जो गलत फैसला हुआ है उसको वापस करवाना है. जब सीनियर लीडरशिप की बैठक होगी तो उसके बारे में हमलोग बातचीत करेंगे. आज हमने सदन से वॉकाउट किया.
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