महाराष्ट्र के ठाणे में एटीएस ने फर्जी दस्तावेज से राशन कार्ड बनाने वाले एक गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है.एटीएस ने इस मामले में कुछ लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है.



 महाराष्ट्र एटीएस  को बांग्लादेशी नागरिकों  को फर्जी दस्तावेज के आधार पर राशन कार्ड  मुहैया कराने वालों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एटीएस ने ठाणे  के भिवंडी इलाके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जो पैसा लेकर राशन कार्ड उपलब्ध करा रहे थे. इस संबंध में ठाणे में केस भी दर्ज किया गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी राशन कार्ड बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति से 8,000 रुपये लेते थे. इस मामले में ठाणे के निजामपुरा पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है. महाराष्ट्र एटीएस का कहना है कि मामले की आगे जांच चल रही है और स्थानीय पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है. वहीं, गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान इरफान अली अंसारी, संजय बोध और नौशद राय अहमद शेख के रूप में हुई है. ये पैसा कमाने के लिए बांग्लादेशी नागरिकों को राशन कार्ड बनाकर दे रहे थे.

जुलाई में हुई थी बांग्लादेशी नागरिकों की धड़पकड़
यहां यह बताना जरूरी है कि महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई और नवी मुंबई इलाके में जुलाई महीने छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान उन्होंने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. इस दौरान 9 बांग्लादेशी नागरिक एटीएस की पकड़ में आए थे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से दो रेप मामले में वांछित चल रहे थे. दोनों के खिलाफ नेरुल थाने में केस दर्ज कराया गया था.

अभियान चलाया कर एटीएस ने की थी गिरफ्तारी
एटीएस ने बिना वैध दस्तावेज के भारत में रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ  सप्ताह भर अभियान चलाया था जिस वक्त ये गिरफ्तारियां हुई थीं. इनमें से नेरुल से एक बांग्लादेशी महिला को भी गिरफ्त में लिया गया था जिसके खिलाफ 2009 में एक केस दर्ज किया गया था. इनके अलावा बायकुला से चार और मध्य मुंबई से दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था

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