नासिक में भारी बारिश के बाद खतरे के निशान के ऊपर बह रही गोदावरी नदी, बाढ़ जैसे हालात
महाराष्ट्र के नासिक में भारी बारिश के बाद गोदावरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस वजह से शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं. यहां बाढ़ का पानी सड़कों पर बह रहा है और रिहायशी इलाकों में घुस गया है और निचले तलों में पानी भर गया है. बता दें कि मौसम विभाग ने 8 सितंबर को महाराष्ट्र के कुछ स्थानों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई थी.
उधर, आईएमडी ने बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए अलर्ट जारी किया है. इसने कहा, ''8 सितंबर को मध्य महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है. बारिश के इस मौसम में आप सभी लोगों से आग्रह है कि कच्चे एवं भारी जल भराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें. अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें और सावधान रहें.'' बताया गया है कि मध्य महाराष्ट्र में 115.6 से 204.4 मिलीमीटर बारिश हो सकती है,साथ ही ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है.
तीन सप्ताह बाद हुई नासिक में बारिश
बता दें कि बीते तीन सप्ताह से नासिक में बारिश नहीं हुई थी लेकिन गुरुवार रात से यहां बारिश हो रही है. बारिश ग्रामीण इलाकों के लिए राहत लेकर आई है जहां किसान खेती के लिए बारिश का इंतजार कर रहे थे. यह बारिश खरीफ फसलों के लिए अच्छी मानी जा रही है. हालांकि गोदावरी नदी के उफान पर आने से पानी रिहायशी इलाके में घुस गया है. नासिक में 8 और 9 सितंबर को बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है.
औसत से भी कम बारिश से फसलों को नुकसान
इस साल जून से लेकर सितंबर के पहले सप्ताह तक औसत बारिश भी नहीं हुई है. यहां अल नीनो का असर खेती पर पड़ा है. वहीं, देर से हुई बारिश के कारण बुआई में भी देरी हुई. जिसकी वजह से खरीफ की अधिकांश फसलें जैसे कि मक्का, सोयाबीन और चावल की फसलें जल गई हैं.
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