फोटो पर बवाल
चूकि जेडीएस NDA की घटक दल है इसलिए INDIA गठबंधन के तमाम नेता लगातार इस मुद्दे पर बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोल रहे हैं. आपको बता दें कि हासन सीट पर ही एक बार फिर NDA की तरफ से प्रज्वल रेवन्ना चुनाव लड़ रहे हैं और इस सीट पर पहले चरण में ही वोटिंग हो चुकी है. सेक्स स्कैंडल सामने आने के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी को मामले के बारे पहले से पता था और बावजूद इसके बीजेपी के बड़े नेताओं ने रेवन्ना के लिए प्रचार किया और पीएम ने तो उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई. इस मामले ने कर्नाटक में कांग्रेस को संजीवनी दे दी है, क्योंकि इस मामले से पहले बीजेपी कांग्रेस को हुबली में एक मुस्लिम युवक द्वारा नेहा नाम की युवती की हत्या को लेकर घेर रही थी.
जेडीस और बीजेपी के खिलाफ अभियान
रेवन्ना सेक्स स्कैंडल का इस्तेमाल अब कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार में जबरदस्त तरीके से करती दिख रही है. फ्रंटलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण कलबुर्गी के जनसभा में एक कांग्रेस नेता ने महिलाओं को खासकर इस मुद्दे को समझाया और बीजेपी और जेडीएस को महिला विरोधी बताया.
कांग्रेस की महिला विंग एक्टिव
रेवन्ना मामले को लेकर कांग्रेस की महिला विंग भी एक्टिव हो गई है. कर्नाटक के एक पत्रकार ने फ्रंटलाइन को बताया कि कांग्रेस की महिला विंग मामले को लेकर डोर टू डोर अभियान चला रही हैं और खासकर महिलाओं को मामले के बारे में बताकर उन्हें कांग्रेस को वोट करने के लिए प्रेरित कर रही हैं, जिससे निश्चित तौर बीजेपी नुकसान होने के आसार हैं.
‘उत्तरी कर्नाटक में हो सकता है नुकसान’
कलबुर्गी स्थित अखिल भारतीय डेमोक्रेटिक महिला एसोसिएशन की राज्य उपाध्यक्ष के. नीला ने समझाया कि कैसे जेडीएस और NDA को उत्तर कर्नाटक यानि हैदराबाद कर्नाटक इलाके में इस मामले से नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने कहा पहले इस इलाके में जेडीएस को अच्छा जनसमर्थन प्राप्त था. नीला ने कहा कि उत्तरी कर्नाटक में मुख्य रुप से पिछड़ी जातियों और मुसलमानों की अच्छी संख्या है और यहां जेडीएस अपने दम जनसमर्थन प्राप्त कर लेती थी, लेकिन सेक्स स्कैंडल आने के बाद लोगों की मानसिकता बदल सकती है और इससे साफ तौर पर कांग्रेस को फायदा मिल सकता है.
लिंगायत समुदाय में भी नारजगी!
तीसरे चरण में कर्नाटक में जिन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें लिंगायत, अन्य पिछड़ी जातियां (ओबीसी), दलित और आदिवासी मतदाताओं की अच्छी-खासी मौजूदगी है. उत्तरी कर्नाटक में लिंगायतों की महत्वपूर्ण राजनीतिक उपस्थिति है. बीजेपी को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में इन समुदायों से वोट मिलते रहे हैं, लेकिन प्रज्वल रेवन्ना 'सेक्स स्कैंडल' केस के चलते लिंगायत समुदाय के समर्थन पर भी असर पड़ सकता है.
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