लोकसभा चुनाव के दौरान डीप फेक वीडियो के वायरल करने के मामले में महाराष्ट्र सरकार ने उठाया कड़ा कदम उठाया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बड़े अधिकारी ने एबीपी न्यूज़ को जानकारी दी की मामले की गंभीरता को देखते हुए इनकी जांच का जिम्मा CID को दिया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर आने वाले डीप फेक वीडियो की जांच CID के माध्यम से कराई जाएगी.
राज्य सरकार ने बताया कि फोटोशॉप, मशीन लर्निंग (ML) या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाये जाने वाले डीप फेक वीडियो बड़ी संख्या में लोगों के परसेप्शन पर प्रभाव डाल सकते हैं. चुनाव के दौरान किसी भी उम्मीदवार, राजनीतिक पार्टी, या कोई महत्वपूर्ण/संवेदनशील विषय सर्कुलेट किया जा सकता है जिसकी वजह से लोगों में गलत जानकारी फैल सकती है. लोकसभा चुनाव फेयर और ट्रांसपेरेंट हो इसके लिए राज्य सरकार ने डीप फेक पर बड़ा ही कड़ा रुख अपनाया है.
अमित शाह डीप फेक वीडियो मामले में कार्रवाई
लोकसभा चुनाव के बीच अमित शाह के डीप फेक वीडियो मामले में पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के एक राष्ट्रीय समन्वयक को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो कथित तौर पर अपलोड करने और ऑनलाइन प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा की गई यह पहली गिरफ्तारी है. तेलंगाना के हैदराबाद के मूल निवासी अरुण बीरेड्डी (37) को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.
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