साल 2012 की रात केकेआर और मुंबई इंडियन्स (MI) का मैच मुंबई के वानखेड़े में हो रहा था. उस रात शारुख खान का सुरक्षाकर्मियों और क्रिकेट अधिकारियों से ऐसी नोकझोंक हुई जिसके बाद शाहरुख को लेकर बड़ा फैसला लिया गया. चलिए आपको बताते हैं जॉय भट्टाचार्य ने 12 सालों के बाद क्या कहा?
12 साल बाद फिर याद आया शाहरुख खान वानखेड़े विवाद
जॉय भट्टाचार्य ने X पर वानखेड़े विवाद के बारे में बताया है. एक ट्वीट में लिखा, 'पिछली बार वानखेड़े में केकेआर ने एमआई को हरा दिया था. मैं अभी भी उसका हिस्सा था. काफी टाइम हो गया है लेकिन हो सकता है कि आज का ही दिन हो.'
जॉय भट्टाचार्य ने अगले ट्वीट में लिखा, 'उस घटना के बाद केकेआर ने दो बार चैंपियनशिप जीती. और उन्होंने (शाहरुख खान) गाली नहीं दी थी, मैं वहीं था. और अगली बार, जब कोई आपकी छोटी बेटी को 'कैटकॉल' कहे तो शांत रहें.' उसके बाद शाहरुख खान ने अपने कई इंटरव्यूज में अपना पक्ष रखते हुए सफाई दी. उन्होंने कहा था कि उनका गुस्सा सिक्योरिटी स्टाफ का उनके प्रति निर्देशित धार्मिक अपमान के कारण बढ़ा था.
शाहरुख ने बताया था कि उनका रिएक्शन पूरी तरह से उनकी बेटी की सेफ्टी के लिए था. उनकी बेटी को शामिल किया गया और वो बस अपनी बेटी को प्रोटेक्ट कर रहे थे. बता दें, उस समय सुहाना खान भी अपने पिता शाहरुख के साथ केकेआर का मैच देखने स्टेडियम पहुंची थीं. केकेआर ने साल 2012 और साल 2014 में IPL ट्रॉफी जीती है.
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