सामना में लिखा है, "एग्जिट पोल वाली कॉरपोरेट कंपनियों ने राज्यों के चुनावों की पूरी जानकारी जाने बिना ही बेधड़क घोषणा कर दी कि एक बार फिर मोदी आ रहे हैं और बीजेपी और उसके गठबंधन (एनडीए) को 350 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं, लेकिन बीजेपी 225 सीटों से आगे नहीं बढ़ रही है. 'इंडिया' अघाड़ी 295 से 310 सीटें जीतकर सरकार बनाएगी."
देश में 1 जून को लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कई मीडिया संगठनों ने एग्जिट पोल की घोषणा की थी. ज्यादातर एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को करीब 350 सीटें मिलेंगी. एग्जिट पोल के इन आंकड़ों की 'सामना' ने कड़ी आलोचना की है. 'सामना' में पूछा है कि "इन लोगों ने ऐसा कौन सा बड़ा कारनामा किया है कि बीजेपी को 350 सीटें मिल गईं? 4 जून को वोटों की गिनती होगी और तानाशाही का अंधेरा दूर हो जाएगा."
एग्जिट पोल के आंकड़ों पर संदेह
सामना के अनुसार, "महाराष्ट्र के एग्जिट पोल कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. यहां एग्जिट पोल में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट की मशाल जली है. पुणे स्थित एजेंसी रुद्र रिसर्च एंड एनालिसिस के मुताबिक, राज्य में 'इंडिया' गठबंधन को 46 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि एनडीए को 43 फीसदी वोट मिले हैं. महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस को 12, बीजेपी को 9, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) को 8 और अजित पवार की पार्टी को सिर्फ 1 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है."
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