उन्होंने कहा, ''तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) का समर्थन नहीं मिलता तो बहुमत हासिल करने की शक्ति नहीं पाते. संसद में उनकी संख्या कम हुई है, संसद में उनका बहुमत कम हुआ है.''
बता दें कि बीजेपी को इस लोकसभा चुनाव में 2019 के मुकाबले 63 सीटों का नुकसान हुआ है. पार्टी को इसबार 240 सीटें मिली है. 2019 में बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी. केंद्र में सरकार बनाने के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है. टीडीपी के पास 16 और जेडीयू के पास 12 सांसद हैं.
सत्ता का विकेंद्रीकरण हुआ- शरद पवार
पवार ने कहा, ''5 वर्ष सरकार चलाई, उसमें देश का विचार नहीं किया गया. अपने मन मुताबिक चलाया. एक दो लोगों के हाथों में सत्ता थी, लेकिन अब सत्ता का विकेंद्रीकरण हुआ है.''
शरद पवार ने कहा, ''अब 3 महीने बाद विधानसभा के चुनाव आएंगे, अब एक ही लक्ष्य रखना है, महाराष्ट्र की सत्ता सामान्य लोगों के हाथ में रहे यह दिखाना है.''
बता दें कि एनसीपी आज अपना 25 वां स्थापना दिवस मना रही है. शरद पवार गुट के साथ अजित पवार गुट भी कार्यक्रम आयोजित कर रहा है.
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में अजित पवार गुट को झटका लगा है. उसे मात्र एक सीट से संतोष करना पड़ा. वहीं गठबंधन में शामिल बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट भी खास प्रदर्शन नहीं कर सकी. 48 सीटों में बीजेपी को 9, शिवसेना को सात और एनसीपी को एक सीट मिली. वहीं विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस को 13, शिवसेना यूबीटी को 9 और एनसीपी (एसपी) को 8 सीटें मिली.
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